भारत में अगर किसी भी लड़की के साथ बलात्कार होता है तो उसका बलात्कार केवल बलात्कार करने वाला या वाले इन्सान नहीं करते हैं बल्कि उस लड़की का बलात्कार पुरे भारत की 121 करोड़ जनता एक साथ मिल कर करती है
बलात्कार जैसी घटना की जमीन हम सभी ही मिल कर बनाते हैंजब बलात्कारी बलात्कार के बाद छुपता है तो हम ही छुपाते हैंजब बलात्कारी अपने पैसे के बल पर बाहर आता है तो उसको खाने पर बुलाते हैंजब बलात्कारी अपने वकील और पैसे के बल पर बरी हो जाता है तो हम उसको लड्डू खिलाते हैं जबकि सच्चाई पता होती है हमेंजब बलात्कार की शिकार लड़की मर जाती है तो हम 2 मिनट का मौन रख फिर से निकल पड़ते हैं अगले शिकार की खोज मेंजब बलात्कार की शिकार लड़की के परिवार वाले मर जाते हैं तो हम दारू और मुर्गे के साथ किसी और परिवार की लड़की को दबोच लाते हैंअगर लड़की बच जाती है अपनी दृढ-इक्षाशक्ति से तो हम ही आगे आते हैं और उसको बार-बार उस वाकिये को याद दिला-दिला कर उसका हर क्षण बलात्कार करते हैंहम ही हैं की अपनी लड़की को घर में सुरक्षित रखने का ढोंग करके हर दूसरी लड़की के ऊपर गन्दी नजर रखते हैंहम ही हैं जो घर में अश्लील फिल्मे बड़े चाव से देखते और दिखाते हैं ताकि आने वाले समय का बलात्कारी हमारे घर में पले-बढेहम ही हैं जो पडोसी के घर में ताक-झाँक में लगे रहते हैं की उसकी बेटी ने आज क्या-क्या पहना हैकिसी भी लड़की को ऐसे घूरते हैं की वो घर पहुंचते-पहुंचते गर्भवती हो जाए
आधुनिकता के नाम पर नंगेपन तथा मलेक्षपने की तरफ अग्रसर हैं हम
और भी बहुत कुछ है कितना कहूँ, हाँ इतना जरुर कहूँगा की आज हर घर में एक बलात्कारी है फिर चाहे वो पुरुष हो, नारी हो या अर्धनारी हो।
अब आगे क्या करना है हम खुद को जांचने के बाद सोचें और करें उन कार्यों को नहीं तो एक पुड़िया जहर तो सभी खरीद कर रख ही सकते हैं अपने पास में और जहर कब खाना है इतना तो समझ आएगा ही तो खा लेना।
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