खुजलीवाल और उसके चपडगंजुओं का असली चेहरा आज आया सामने
आज शिव प्रताप सिंह श्रीनेत जी (भगवा कुर्ते में) के साथ जंतर-मंतर पर चल रहे असीम त्रिवेदी के अनसन स्थल पर जाना हुआ। अनसनधारी असीम जी तो वहां नहीं मिले क्यूंकि उनको अपने अनसन को बिच में
छोड़ भाग लेने वाले खुजलीवाल जी अपने साथ अनसन तुडवाने हेतु ले कर चले गए थे। परन्तु वहां असीम और खुजलीवाल के बहुत ही करीबी कहे जाने वाले मुकेश जी (सफ़ेद कुर्ते में) मिले। बड़े ही सज्जन पुरुष थे मुकेश जी मैं तो कहूँगा की वो पुरुष ही नहीं थे बल्कि कुछ और थे। अब छोडिये इनके पुरुषत्व के ऊपर क्या चर्चा करें हम मुख्य बिंदु पर पहुंचते हैं।
मैंने कुछ सवाल किये इन मुकेश जनाब से क्यूंकि ये वकालत करते नहीं थक रहे थे खुजलीवाल की। सवाल कुछ इस प्रकार थे और उनके जवाब जो इन मुकेश जनाब ने (दिए जनाब क्यूँ लिख रहा हूँ मैं मुकेश जी के लिए ये इनके जवाबों से आपको दिख जायेगा): सवाल 1 : खुजलीवाल ने भारत माता का फोटो क्यूँ उतरवाया और वन्देमातरम पर प्रतिबन्ध क्यूँ लगवाया ?ये छठा जवाब सुन कर मेरा पारा फट पड़ा और मैंने कहा की यार काहे नहीं कहते हो सीधे की गुलामी करनी है तुम्हे बुखारी जैसे लोगों की। अगर अफज़ल गुरु आतंकी नहीं है तो सन्नी लिओन भी अभी तक निरा अनछुई कुँवारी कन्या है। मेरा जवाब सुन खुजलीवाल के करीबी इतने भड़के की वो पूर्व शिव सेना प्रमुख दिवंगत बाला साहेब ठाकरे जी को माँ-बहन की गालियाँ निकालने लगे
तथा
"ये जनाब अपनी वाहवाही में ये भी कह गए की ये लोग कांग्रेस की मीटिंग में भी भाग लेते हैं क्यूंकि कांग्रेस भी अच्छा काम कर रही है सिवाय बीजेपी के" अब भाई हम तो अज्ञानी हैं परन्तु कोई बताएगा हमें इन खुजलीवाल की असलियत (वैसे सवाल जवाब और भी हुए थे कुछ गर्म बहस भी हुई अब उनका जिक्र अगले भाग में) |
सोमवार, 18 अगस्त 2014
Reality of Arvind Kejariwal told by his friend
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