लखनऊ, 19 अक्टूबर, 2014। आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) ने मोदी सरकार द्वारा काले धन के सवाल पर जनता के साथ की गयी वादाखिलाफी पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इसकी तीखी निन्दा की है।
आइपीएफ के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व आई0 जी0 एस0 आर0 दारापुरी ने आज जारी बयान में कहा कि मोदी सरकार पूर्ववर्ती मनमोहन सरकार की ही सच्ची वारिस साबित हो रही है और उसी के नक्शेकदम पर चल रही है। उसने चुनाव के दौरान काले धन को वापस लाने के जो बड़े-बड़े वायदे से जनता से किए थे और जनादेश हासिल किया था उस पर अब सरकार पीछे हटकर जनादेश का अपमान कर रही है।
श्री दारापुरी ने हालिया डीजल के दामों में हुयी कमी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मोदी सरकार अनावश्यक रूप से तेल की कीमतों में कमी का श्रेय ले रही है। जबकि सच यह है कि अमेरिका ने सऊदी अरब और जार्डन के साथ मिलकर रूस-ईरान गठजोड़ को तेल बाजार में शिकस्त देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार में डीजल के दामों में भारी कमी कर दी है। लेकिन इसी बहाने खतरनाक निर्णय लेते हुए मोदी सरकार ने डीजल की कीमतों पर से सरकारी नियंत्रण खत्म कर इसे बाजार के हवाले कर दिया है और इस पर दी जाने वाली सारी सब्सडियां खत्म कर दी हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कमी का यह रूख कभी भी बदल सकता है और आने वाले दिनों में डीजल के दामों में भारी वृद्धि हो सकती है, जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा।
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