शुक्रवार, 27 जून 2014

कारपोरेट मुनाफे के लिए जनता के विरुद्ध युद्ध में उतरी हुई है सरकार

सरकार के शपथग्रहण के साथ ही कारपोरेट के अच्छे दिनों और आम आदमी के बुरे दिनों की शुरूवात हो चुकी है- दिनकर

आइपीएफ की बैठक हुई

जन मुद्दों पर तेज होगा आंदोलन  

सोनभद्र, 25 जून 2014, हाल ही में सम्पन्न लोकसभा चुनाव में महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी बढ़ाने वाली नीतियों के खिलाफ पैदा हुए आक्रोश का फायदा उठा करा मोदी सरकार ने पूर्ण बहुमत हासिल किया है। आज यह सरकार जनादेश का अपमान करते हुए कारपोरेटपरस्त उन्हीं नीतियों को लागू करने में लग गयी है। सच तो यह है कि मोदी सरकार मनमोहन सरकार की ही सच्ची वारिस है और उसी की तरह जनता को कड़वी दवा के नाम पर जहर देकर मार डालना चाहती है। यह सरकार कारपोरेट मुनाफे के लिए जनता के विरुद्ध युद्ध में उतरी हुई है। रेल किराए में वृद्धि का फैसला इसी का परिणाम है जो महंगाई की मार से पहले से ही कराह रही जनता पर और बोझ बढ़ायेगा। यहीं नहीं दो दिन पहले कारपोरेट घरानों की मदद करते हुए इस सरकार ने चीनी के आयात शुल्क में 15 से 40 प्रतिशत की वृद्धि करके चीनी के दामों में वृद्धि कर दी है। जब संसद में आम बजट और रेल बजट आना ही है उससे पहले ही अलोकतांत्रिक तरीके से इस तरह की वृद्धि कर इस सरकार ने कारपोरेट के अच्छे दिनों के लिए पूर्ववर्ती सरकार की तरह ही संसदीय लोकतंत्र का मखौल उड़ाया है। बेशर्मी की हद यह है कि आज भाजपाई कह रहे हैं कि हम तो पिछली सरकार के फैसले को लागू कर रहे हैं। आने वाले दिनों में जनता को और भी महंगाई के लिए तैयार रहना होगा।
यह बातें आज आइपीएफ लोकसभा इकाई की बैठक को सम्बोधित करते हुए आल इण्डि़या पीपुल्स फ्रंट के प्रदेश संगठन प्रभारी दिनकर कपूर ने कहीं।
उन्होंने कहा कि इस सरकार के शपथग्रहण के साथ ही कारपोरेट के अच्छे दिनों और आम आदमी के बुरे दिनों की शुरूवात हो चुकी है। वास्तविकता यह है कि कारपोरेटपरस्त नीतियों के मामले में वामपंथी दलों के अलावा देश में मौजूद सभी प्रमुख दलों में एकजुटता है। इसलिए जनपक्षधर नीतियों के विकल्प को जनता के सामने लाने और इस पर जनता की गोलबंदी कर देश में जनवादी राजनीतिक आंदोलन खड़ा करने के हमारे प्रयोग की प्रासंगिकता बनी रहेगी।
बैठक में जमीन के अधिकार, ठेका मजदूरों के नियमितिकरण, रोजगार को मौलिक अधिकारों में शामिल करने, किसानों की सिचांई व्यवस्था, पर्यावरण की रक्षा, विस्थापितों के अधिकारों जैसे जनमुद्दों पर पहल बढ़ाने और इस पूरे क्षेत्र में एक बड़ा सदस्यता अभियान संगठित करते हुए अक्टूबर मध्य में जिला सम्मेलन करने का निर्णय हुआ। बैठक में मोहम्मद नईम अख्तर को नगंवा ब्लाक का प्रभारी बनाया गया। बैठक का संचालन आइपीएफ जिला संयोजक शम्भूनाथ गौतम ने किया। बैठक में रामनारायण, राजेश सचान, प्रमोद चौबे, श्रीकांत सिंह, मो0 नईम अख्तर, रमेश सिंह खरवार, रामदुलारे प्रजापति, संतलाल बैगा, मणिशंकर पाठक, रमेश शर्मा, मनोज भारती, राजाराम भारती आदि लोगों ने अपने विचार रखे।

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