बुधवार, 2 अप्रैल 2014

पहले एक हाथ से दो और फिर दूसरे हाथ से लो

Posted by: Amalendu Upadhyaya April 1, 2014 in विज्ञप्ति Leave a comment

व़क्त आने पे बता देंगे तुझे ऐ आसमांहम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं
 -बिस्मिल अज़िमाबादी
  संघर्ष-2014
अखिल भारतीय वन-जन श्रमजीवी यूनियन का आह्वान
16वीं लोकसभा के लिये सभी राजनैतिक दलों के लिये ऐलान
पहले एक हाथ से दो और फिर दूसरे हाथ से लो
घोषणा पत्र
1.        आजीविका की सुरक्षा एवं संसाधनों की सुरक्षा के लिये तत्काल वनाधिकार अधिनियम 2006 को लागू किया जाये।
2.        प्राकृतिक सम्पदाओं के ऊपर वन विभाग एवं सरकारी नियंत्रण के बदले सामुदायिक मालिकाना हक एवं स्वशासन। वन विभाग को वनों से हटाया जाये।
3.        भारतीय संसद द्वारा सभी नागरिकों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा को न्यायिक तरीके से संविधान में प्राप्त गांरटी के अनुसार लागू किया जाये।
4.        परम्परागत उत्पादक/ दस्तकारों की सुरक्षा।
5.        भूमि अधिग्रहण कानून का रद्दीकरण और वास्तविक ज़मीन जोतने वालों का भूमि अधिकार, आवासीय भूमि का अधिकार, सीलिंग और सरकारी ज़मीनों का भूमिहीनों में वितरण। कृषि लायक भूमि को गैरकृषि कार्यो में हस्तांतरित करना बंद किया जाये।
6.        जमीन एवं प्राकृतिक सम्पदाओं पर महिलाओं का अधिकार।
7.        वनविभाग द्वारा वनाश्रित समुदायों पर जो लाखों फर्जी मुकदमें किये गये हैं, उन्हें तुरन्त रद्द किया जाये।
8.        सत्ता का विकेन्द्रीकरण; ग्राम सभा तथा मौहल्ला सभा (शहरों एवं कस्बों) के सशक्तिकरण।
9.        उद्योगों में ठेका-मज़दूरी प्रथा को समाप्त करना और श्रमिकों को नियमित करना।
10.      समस्त हाकर्स के सार्वजनिक स्थानों पर सम्मान पूर्वक आजीविका के अधिकार को सुनिश्चित करना।
11.      यूनियन, संघ बनाने के अधिकार को सुरक्षित करना।
12.      विपक्षीय और त्रिपक्षीय सामूहिक समझौते की प्रकिया को मजबूत करना।
13.      समस्त श्रमजीवियों के लिये सामाजिक सुरक्षा योजना पूर्णतया लागू करना, सम्मान पूर्वक वृद्धावस्था पेंशन योजना, महिलाओं के लिये मातृत्व सुविधा लाभ व अन्य योजनाओं को लागू करना।
14.      सम्मान से जीने लायक वेतन सुनिश्चित करना।
15.      बिना विस्थापन के औद्योगीकरण नीति तय करना।
16.      निजी कम्पनी-सरकारी सहभागिता प्रोजेक्टों को समाप्त करना और सार्वजनिक उद्योगों को मज़बूत करना।
17.      समस्त बड़ी कम्पनियों द्वारा बैंक से लिये गये कर्जों को सरकारी वित्तीय संस्थानों द्वारा समयबद्ध वापस लेना।
18.      सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ सख्त कानून लागू करना। जातिवादी व्यवस्था को हमेशा के लिये समाप्त करना।
19.      महिला हिंसा को रोकने के लिये सख्त कार्यवाही करना व सभी स्थानों पर लिंग आधारित भेदभाव को खत्म करना।
20.      सभी के लिये समान शिक्षा सुनिश्चित करना, शिक्षा को मौलिक अधिकार के रूप में सुनिश्चित कर सभी बच्चों की 12वीं तक की शिक्षा को अनिवार्य करना।
21.      12वीं से लेकर उच्च शिक्षा मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करना जिसमें फीस के साथ किताबें व अन्य व्यवस्थाएं शामिल हों।
22.      सरकारी स्कूलों को नियमित रूप से चलाना, शिक्षा के निजीकरण को रोकना, ब्लॉक/ताल्लुका स्तर पर तकनीकी शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था करना।
23.      गाँव स्तर तक प्रभावी स्वास्थ्य सेवायें सुनिश्चित करना। सभी क्षेत्रों को मलेरिया मुक्त करने के लिये ठोस योजनायें बनाना व सभी ग्रामीण कस्बों में औषधि युक्त मछारदानियों का वितरण करना।
24.      शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु स्थानीय समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करना। वनक्षेत्र में सभी औद्योगिक घरानों द्वारा चलाए जा रहे अस्पतालों का सरकारीकरण करना व स्थानीय जनता खासतौर पर आदिवासी, दलित, महिलाओं व बच्चों के लिये मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना।
25.      श्रमिक वर्ग के लिये अलग वेतन आयोग का गठन करना, जैसे कि संगठित क्षेत्र के लिये सातवां वेतन आयोगतय किया गया है।
26.      मछुआरा समुदाय के लिये पानी पर सामुदायिक अधिकार कायम करने के लिये वनाधिकार कानून जैसा अधिनियम बनाया जाये।
27.      सभी खदानों का राष्ट्रीयकरण किया जाये व इन संसाधनों का लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित जाँच के दायरे में रखा जाये। कॉरपोरेट घरानों को प्राकृतिक संसाधनों के एकाधिकार को समाप्त करना।
28.      उर्जा की वितरण प्रणाली तथा प्रयोग में जनवादीकरण सुनिश्चित करना।
29.      निरस्त्रीकरण और पड़ोसी देशों के साथ शान्ति क़़ायम करना।
30.      गुटनिरपेक्ष विदेश नीति को पुनः स्थापित करना।
हमारा यूनियन चुनाव में उतरे सभी राजनैतिक दलों के लिये यह घोषणा करता है कि घोषणा पत्र में दी गई इन मांगों पर हलफनामा सहित जो पार्टी इन वादों को पूरा करने का काम करेगी, यूनियन ऐसे दल को समर्थन कर सकती है। दूसरे साम्प्रदायिक ताकतों व पूंजीवादी कॉरपोरेट घराना गठजोड़ को परास्त करने के लिये हमारी यूनियन बनारस एवं आसपास के दस चुनाव क्षेत्रों में पूरी मज़बूती के साथ एक मुहिम चलाएगी, जिसके लिये इन क्षेत्रों में निर्धारित सभाएं इस प्रकार से हैं -
1.        अधौरा, सासाराम, बिहार – 2 अप्रैल 2014
2.        नगर उंटारी, पलामू, झाड़खंड़ – 4 अप्रैल 2014
3.        नौहट्टा, रोहताश सासाराम, बिहार – 5 अप्रैल 2014
4.        रेणूकूट, राबर्ट्सगंज, उत्तरप्रदेश – मई दिवस, 1 मई 2014
5.        चन्दौली, उत्तरप्रदेश – 4 मई 2014
6.        मिर्जापुर, उत्तरप्रदेश – 6 मई 2014
7.        जौनपुर, उ0प्र0
8.        मछलीशहर, उ0प्र0
9.        आज़मगढ़, उ0प्र0
10.      बनारस, उ0प्र0
अखिल भारतीय वन-जन श्रमजीवी यूनियन222, विधायक आवास, ऐश बाग़ रोड, लखनऊ,उ0प्र0

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