यह ब्लॉग विश्व के तमाम बुधिजीविओ के विचारो को संजोने का प्रयास करने की कोशिस है
सोमवार, 9 सितंबर 2013
निर्मल-आनन्द: अंधकार
निर्मल-आनन्द: अंधकार: ईश्वर अंधकार में है या प्रकाश में। हम नहीं जानते। महात्माओं ने बताया है, ईश्वर ज्योतिर्मय है। नूर है। पर प्रकाश चले जाने के बाद जो बच...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें